रतलाम एसपी कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान पीड़ित महिला पेट्रोल व जहर लेकर पहुंची
साहब टीआई ने कहे अनुसार एफआईआर दर्ज नहीं की, आरोपी को बचाया जा रहा है।
रतलाम- (Ratlam) एसपी कार्यालय में चल रही जनसुनवाई के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया। जब एसपी कार्यालय के बाहर पीड़ित महिला हाथों में प्लास्टिक की बोतल में ज्वलनशील पदार्थ पेट्रोल व जहर की पुड़िया लेकर पहुंची ओर न्याय की गुहार लगाने लगी।
यह पूरा मंजर मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान देखने को मिला। पीड़ित महिला ने बताया की मंडी के एक व्यापारी के यहां वह काम करती थी। व्यापारी उस पर गलत नजर रखता था और फिर उसने किसी बहाने से मोबाइल नंबर लेकर उसे परेशान करना शुरू कर दिया। वह नहीं मानी तो उसके साथियों के साथ मिलकर उसने चाय के बहाने बुलाया और उसके साथ गलत काम किया।
इसकी रिपोर्ट भी पुलिस में दर्ज कराई तो पुलिस ने बलात्कार की जगह छेड़छाड़ का केस करके दर्ज कर लिया। उसने जो कहा था वह एफआईआर में नहीं लिखा। दोबारा एफआईआर दर्ज कराई तो दूसरी धाराएं छोड़ दी। बार-बार गलत धाराएं लगाकर आरोपी को बचाया गया। पुलिस का कहना है कि मैंनें फोन लगाया तो पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। अब पेट्रोल ओर जहर की पुड़िया लेकर आई हूं। मुझे इंसाफ नहीं मिला तो मैं जान दे दूंगी। भले ही मेरे दोनों बच्चे अनाथ क्यों ना हो जाए।
इसी के साथ ही हंगामे को देख महिला पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने महिला को समझाया और उसकी बात सुनी। रतलाम पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने भी पिडित महिला की बात सुनकर स्टेशन रोड टीआई से बात कर जानकारी ली। लेकिन टीआई द्वारा ठीक से जवाब नहीं देने पर एसपी ने जमकर फटकार लगाई।
एसपी अमित कुमार ने बताया कि महिला की बात से मैं सहमत हूं कि उसके कहने अनुसार एफआईआर नहीं हुई। टीआई का कहना था कि 1800 बार महिला ने कॉल किया। जबकि महिला ने कहा यह गलत है और उसने कोई काल नहीं किया है। टीआई को जनता की बात सुननी चाहिए जो नहीं सुनी। इस पर टीआई को डांट भी लगाई है। हम इसका सप्लीमेंट्री चालान भी कोर्ट में प्रस्तुत कर रहे हैं।