भागवत कथा के पांचवें दिन कथावाचक पंडित शास्त्री की संगीतमय कथा पर श्रद्धालु महिलाऍं झूम उठी
11/Jan/2025
ब्यूरो रिपोर्ट mpkikhabar रतलाम
रतलाम (Ratlam,mp)- मकर संक्रांति के अवसर पर कृष्ण गोपाल गौशाला बोदीना में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन मंगलवार को पंडित ललित प्रसाद शास्त्री (सांगा खेड़ा ताल वाले) ने उपस्थित श्रद्धालुओं को श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराते हुए पुतना की कथा का वर्णन, ग्राम देवता का आगमन, गर्ग मुनि का गोकुल में आगमन, नामकरण करना का वर्णन, श्री कृष्ण के दर्शन करने का वर्णन, श्री कृष्ण की माखन चोरी की लीला का वर्णन, श्री कृष्ण भगवान द्वारा दोनों पक्षों का उद्धार करना, मलार्जुन,धेनुक राक्षस का वर्णन, उनका उद्धार, यमुना नदी पर राधा से मुलाकात करना व प्रेम प्रसंग का वर्णन, कालिया नाग की कथा का वर्णन, गोवर्धन पूजा का वर्णन, गोपी चीरहरण की कथाओं का संगीत की धुन से उपस्थित श्रद्धालुओं को रसपान कराया। भगवताचार्य ने कहा कि भागवत कथा का श्रवण जीवन के कल्याण का सर्वोत्तम उपाय माना गया है। यही कारण है कि धर्म शास्त्रो मे इसे सर्वश्रेष्ट ग्रंथ माना गया है।
उन्होंने कहा कि कलयुग के वर्तमान दौर मे सत्संग व धार्मिक अनुष्ठानों मे संस्कारित परिवार ही सहभागिता निभा सकते है। मंगलवार को हुई संगीतमय कथा में गोवर्धन पूजा की गई। भागवत कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर कथा का आनंद लिया। ओर महिलाओ ने न्रत्य किया। शनिवार को आरती का लाभ पाटीदार काग परिवार ने लिया। कथावाचक पण्डित शास्त्री ने गोभक्तों के साथ श्री कृष्ण गोपाल गौशाला मे गायों को चारा खिलाया। उन्होंने गौ सेवकों से कहा कि गौ सेवा से बड़ कर दूसरा कोई पुनीत कार्य नहीं।