श्रीमद भागवत कथा का तीसरा दिन, भक्त प्रहलाद चरित्र और नरसिंह अवतार प्रसंग पर सुनाई कथा
रतलाम- (Ratlam) सैलाना नगर के सागर वाटिका बस स्टैंड पर ऋण मुक्तेश्वर, आनंदेश्वर सांस्कृतिक संगम के तत्वाधान में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तीसरे दिन शनिवार को संत नमन जी महाराज ने ध्रुव चरित्र, भक्त प्रहलाद चरित्र और नरसिह अवतार प्रसंग का विस्तार से वर्णन करते हुए उपस्थित भक्तजनो को विभिन्न प्रसंगो से इस विशय पर समझाईश दी।
संत नमन महाराज ने कहा कि हिरण्या कश्यप सबको आदेश दे रहा है कि भक्त प्रह्लाद को खत्म करो,भस्म करो। लकड़ियों के चारों तरफ जल्लाद खड़े कर दिए गए। इस दौरान जब आग का भयानक जलवा हुआ, तब भक्त प्रहलाद ने इतना ही कहा अच्छा भगवान, अच्छा मेरे राम तेरी मर्जी और भक्त प्रहलाद बच गए। नरसिंह अवतार में हिरण्या कश्यप को मार कर भक्त प्रहलाद को बचाया। भगवान की भक्ति में ही शक्ति है। उन्होंने कहा कि सभी अपने बच्चों को संस्कार अवश्य दें, जिससे वह बुढ़ापे में अपने माता पिता की सेवा कर सकें, गो सेवा, साधु की सेवा कर सकें। उन्होंने कहा कि मनुष्यों का क्या कर्तव्य है इसका बोध भागवत सुनकर ही होता है। विडंबना ये है कि मृत्यु निश्चित होने के बाद भी हम उसे स्वीकार नहीं करते हैं। निष्काम भाव से प्रभु का स्मरण करने वाले लोग अपना जन्म और मरण दोनों सुधार लेते हैं।
कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। शनिवार को भागवत कथा के तृतीय दिवस पर कथा के लाभार्थी चंद्र प्रकाश वर्मा लायड ने लाभ लिया और पोथी पूजा की। अंत में आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।